साक्षात्कार में डॉ॰ अमूल्य चन्द्र बर्मण सर से निम्नलिखित प्रश्न पूछने का सुअवसर मिला । आगे उनसे पूछे गए प्रश्न और उनसे प्राप्त उत्तर दिए जा रहे हैं ।
प्रश्न 1. आपके शिक्षागुरुओं में से किसने आपको सर्वाधिक प्रभावित किया है और कैसे ?
उत्तर : शिक्षकों की महिमा अपार है । इसीलिए हमारी संस्कृति में गुरु को सर्वोपरि माना जाता है । कहा जाता है – “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर: । गुरु: साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवै नम: ।” गुरु-कृपा से वंचित विद्यार्थी अपनी मंजिल तक पहुँच नहीं सकता । इसलिए गुरु की सेवा-पूजा की परम्परा हमारी संस्कृति में है । कहा जाता है – “श्रद्धावान् लभते ज्ञानम्” ।