8. उत्पल डेका की कविताएँ (कविता)

सर्जिकल स्ट्राइक      

सरहदें नहीं थीं

जैसी अब हैं

नदी रही थी उसकी

सीमा-परिसीमा ।

सरहद  के उस पार

लंबे इंतज़ार में बैठा फ्लामिंगो

इधर शपथ लिया हुआ वृक्ष ।

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