न झुकते हैं कभी,
न झुकने देते हैं।
न रोते हैं कभी,
न रोने देते हैं।
स्वाभिमानी हैं खुद
स्वाभिमान हमें भी सिखाते हैं।
कठिनाई से हार कर जो कभी नहीं बैठते हैं,
खुद के सपनों को छोड़, मंजिल हमें दिखाते हैं।।
हौंसलें जिनके हैं बुलंद, साबित उन्होंने किया है,
वही हैं जिन्हें हम पापा कहते हैं।।