11. सपने(कविता) ✍ डॉ. रानी श्रीवास्तव

बाहर झमाझम बरसती हुई बारिश के बचने के लिए

उस लड़की ने जब

खूंटी पर से उतारी थी छतरी

तो उतार लिये थे

कुछ सपने भी

वह जा रही थी

तेजी से

बारिश से उसका बचाव

नहीं हो पा रहा था

जबकि

वह बच नहीं पा रही थी

कई-कई जोड़ी

बुरी नजरों से भी

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