असमीया समाज में मनाये जानेवाले जातीय उत्सव ‘बिहु’ को देउरी संप्रदाय में ‘मेच्चु’ या ‘बिचु’ कहते हैं। बिहु नाम सुनते ही मन एक अलग ही आनंद-उल्लास से भर जाता है। देउरी संप्रदाय में बिहु का प्रचलन प्राचीन काल से है । इस संप्रदाय के लोग प्रधानतः तीन प्रकार के बिहु का पालन करते हैं- १.इबाकुँ मेच्चु (बहाग बिहु)
२. कातिय मेच्चु (काति बिहु)
३. केमाचि मेच्चु (माघ बिहु)