Category: Second Issue: Year: 2, Issue:2; January-June, 2021
10. स्रोतस्विनी शर्मा की कविताएँ
अनार का हिस्सा तू था या मैं ? जिसने काँपते दूसरे को धीरे से जगाया था ? इस ख़्वाब में कि रूह पर दौड़ते सवाल…
11. करबी देवी की कविताएँ
बाघजान (बाघजान की करुण स्मृति में) चल, कोई बात नहीं, जो हुआ सो हुआ, अगली बार फिर जनम लेंगे, मनुष्य बनकर जियेंगे एक…
12. माँ(कविता) ✍ बिभावना डेका
जिंदगी की पहली किरण तू, जिंदगी की पहली पुकार तू, मेरी जिंदगी की पहली छवि तू, मेरी आँखों की पहली नज़र तू ।
13. मूली खाने वाला बूढ़ा(अनूदित कहानी) ✍ मूल लेखक : लक्ष्मीनाथ बेजबरुवा; अनुवाद : बिद्या दास
पुराने जमाने में किसी राजा के राज्य में एक बुजुर्ग दंपति रहा करता था । गाँव के सिरे पर एक छोटी-सी झोपड़ी बनाकर दोनों जन…
14. बिहुगीत(लोकसाहित्य) ✍ पूजा बरुवा
बिहु असमीया जाति का जातीय उत्सव है, पूरे असमीया जाति की पहचान है । असमीया लोग तीन प्रकार के बिहु मनाते हैं – रङाली या…
15. बड़ो लोकगीत(लोकसाहित्य) ✍ बिलिखुम स्वर्गीयारि
बड़ो असम की एक प्रमुख जनजाति है । बड़ो सम्प्रदाय का जीवन बहुरंगी सांस्कृतिक उपादानों से समृद्ध है । बड़ो जनजाति का मौखिक साहित्य अत्यन्त…
16. डॉ॰ अमूल्य चन्द्र बर्मण का साक्षात्कार ✍ साक्षात्कार-ग्रहण : संजीव मंडल
साक्षात्कार में डॉ॰ अमूल्य चन्द्र बर्मण सर से निम्नलिखित प्रश्न पूछने का सुअवसर मिला । आगे उनसे पूछे गए प्रश्न और उनसे प्राप्त उत्तर दिए…
17. উপেক্ষিতৰ জীৱন আৰু জয়কান্থনৰ ‘উন্নাইপ’ল অ’ৰুৱন’(প্ৰবন্ধ) ✍ অনামিকা ৰাজবংশী
উপেক্ষিত শব্দটোৰ ইংৰাজী প্ৰতিশব্দ হৈছে ‘Subaltern’ ৷ এই শব্দটো পোনতে ইটালীৰ এণ্টনিঅ’গ্ৰামছীয়ে ব্যৱহাৰ কৰিছিল৷ কমিউনিষ্ট দলৰ এজন সক্ৰিয় কৰ্মী গ্ৰামছীৰ এই ধাৰণাটো ১৯৮২ চনত জনপ্ৰিয়…
18. মৈথিলীচৰণ গুপ্তৰ সাহিত্যিক অৱদান : এক দৃষ্টিপাত(প্ৰবন্ধ) ✍ উত্পল ডেকা
স্বতন্ত্ৰতা প্ৰাপ্তিৰ আগত যি কেইগৰাকী লেখকে হিন্দী কথা সাহিত্যত এক নতুন দিশৰ সূচনা কৰিছে সেই সকলৰ ভিতৰত মৈথিলীচৰণ গুপ্ত অন্যতম। মৈথিলীচৰণ গুপ্ত হৈছে দ্বিবেদী যুগৰ…
19. বেণু মিশ্ৰৰ এখন ছবি আৰু কিছু প্ৰাসংগিক চিন্তা(প্ৰবন্ধ) ✍ দিগন্ত ৰাগ
বিষণ্ণতাই ব্যক্তিত্বলৈ পৰিৱৰ্তন আনে, বিষাদগ্ৰস্ত ব্যক্তি নিৰ্লিপ্ত হৈ পৰে, তেনে ব্যক্তিৰ উৎসাহ উদ্যম নোহোৱা হয় বুলিও কোৱা হয়৷ কিন্তু বিষণ্ণতাক সমল কৰি লৈ কিছুসংখ্যক যুক্তিবাদীয়ে…
Dr. Rita Moni Baishya




